भाजपा की नियत और मंशा सिर्फ गरीबों को प्रताड़ित करने का रहा है,
गरीबों के आशियाने को बनाया गया तो सभी कांग्रेसी पार्षद करेंगे आंदोलन – सलीम नियरिया
रायगढ़।
केलो नदी के तट पर छठ घाट से लेकर शनि मंदिर तक एक नई मरीन ड्राइव निर्माण कराए जाने को लेकर मार्किंग प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। मरीन ड्राइव निर्माण के लिए लोगों के घरों को उजाड़ने की मंशा से जरूरत से ज्यादा भूखंड पर मार्किंग की प्रक्रिया को एनजीटी का हवाला देने को मनगढ़ंत बताया है। इससे सैकड़ों बाशिंदों के सर से छत छीनने का आरोप लगाया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि यदि बीच रास्ता न निकालकर गरीबों के आशियानों को निशाना बनाया जाता है समस्त कांग्रेसी पार्षद प्रशासन के खिलाफ उड़ धरना प्रदर्शन आंदोलन करेंगे।
नगर पालिक निगम में नेता प्रतिपक्ष सलीम नियरिया ने प्रशासन पर अनर्गल तरीके से एनजीटी के टीम का हवाला देकर दहशत फैलाया जा रहा है। सलीम नियारिया ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा की नदी मद की जमीन पर चौपाटी का निर्माण कार्य कराया जा रहा था दुकानें बनवाई जा रही थी तब एनजीटी की टीम को नदी मद की जमीन क्यों दिखाई नहीं दी। केलो नदी को औद्योगिक घरानों के द्वारा प्रदूषित जहरीला पानी छोड़ा जा रहा है जिससे केलो नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने कहा की प्रशासन स्थानीय पीड़ितों को दहशत पैदा करने की मंशा से एनजीटी के टीम का हवाला दिया जा रहा है।
सलीम नियरिया ने कहा कि प्रस्तावित मरीन ड्राइव के लिए जिस तरह से मार्किंग की प्रक्रिया के लिए टीम पहुंची किंतु विरोध के बाद लौटना पड़ा किंतु मरीन ड्राइव के लिए लगभग 300 लोगों को नोटिस जारी कर नाप जोख के लिए पहुंचे और मरीन ड्राइव निर्माण के लिए जरूरी भूखंड से कहीं अधिक पर मार्किंग कर लोगों में दहशत फैलाया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि स्थानीय निवासियों की मांग है कि पूर्व में शनि मंदिर से जो मरीन ड्राइव बना है उसी तर्ज पर मरीन ड्राइव बने। इसमें जितना कम से कम लोगों के घरों को नुकसान पहुंचे। सलीम नियरिया ने आरोप लगाया कि बीजेपी की हमेशा यह नियत रही है और उनका उद्देश्य रहा है कि गरीबों को हटाओ और बेरोजगारी बढ़ाओ। इससे पहले भी नालंदा परिसर में कैफेटेरिया के बनाने के लिए लोगों के मकान को तोड़ा गया। नालंदा परिसर जिस तरफ बना रहे हैं उस तरफ जितनी भी योजना की दुकान बनी थी और जिसे आबंटित किया गया था लगभग सभी दुकानों को निरस्त कर दिया गया है। विगत 20 सालों से नगर निगम बेरोजगारों के लिए कोई भी रोजगार के अवसर प्रदान नहीं कर सका है। शासन की योजना के अंतर्गत जो दुकान नगर निगम को बनानी थी लगभग 20 वर्षों से शहर में कहीं भी दुकानों का निर्माण नहीं हुआ है। दूसरी ओर लोगों के आशियानो को तोड़ने पर आमादा जरूर हैं।
नगर पालिक निगम के नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि मरीन ड्राइव के लिए आज नगर निगम को एनजीटी की याद आ रही है । जब नगर निगम के इंटेक्स बेल के पास चौपाटी का निर्माण किया जा रहा था तब एनजीटी की टीम बीच में नहीं आई है। उन्होंने कहा भाजपा शासन का सिद्धांत कहें, परंपरा या कहें उनका नेचर तोड़फोड़ करने में ही लगा रहता है। जहां तक विकास की बात है, शहर में विकास होना चाहिए यह हम सब की सोच है किंतु बिना तोड़फोड़ के भी विकास किया जा सकता है। कया घाट मरीन ड्राइव का निर्माण वहां के बासिंदो की भावना के अनुरूप होना चाहिए। मरीन ड्राइव का निर्माण अगर वहां के निवासियों की भावनाओं के अनुरूप नहीं होता है और बिना वजह उनके आशियानों की तोड़फोड़ की जाती है तो हम सभी कांग्रेस पार्षद उनके सुख-दुख उनके साथ खड़े हैं।
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