रायगढ़।
हज के मुकद्दस सफर से हाजियों की बुधवार को घर वापसी हुई। हमसफर एक्सप्रेस से शहर पहुंचाने पर मुस्लिम समाज के द्वारा रेलवे स्टेशन पर जोरदार स्वागत किया गया। फूल मालाओं से इस्तकबाल कर हज की बधाई दी गई।
मुसलमानो के पवित्र स्थल मक्का मदीना से 40 दिनों की हज के अराकान पूरे करने के बाद 2 जुलाई को घर वापसी हुई। हज से वापसी पर रेलवे स्टेशन में हाजियों के परिजनों सहित मुस्लिम समाज के लोग मौजूद रहे। ट्रेन से उतरते ही उनके स्वागत के लिए लोग उमड़ पड़े।
हाजियों के आगमन पर परिवार और चाहने वालों में खुशी देखने को मिला। हज यात्रा में जाना हर मुस्लिम का सपना होता है। मक्का मदीना सहित विभिन्न पाक पवित्र स्थल में पहुंचकर खुदा और पैगंबर ए इस्लाम की इबादत कर वतन और शहर में अमन शांति खुशहाली की दुवा भी की जाती है।
हज के दौरान 40 दिनों तक मक्का मदीना और आस पास के पवित्र स्थल पर हज के प्रक्रिया पूरी की जाती है। जो काफी कठिन मानी जाती है। शहर से हज ए सफर के बाद हाजी शेख मोहम्मद मेराज और उनकी अहलिया,
हज्जन रूखसाना बेगम व बड़ी बहन, हज्जन निगार नाज, हाजी मोहम्मद अमजद वली व उनकी वालिदा, हज्जन सादिका खातून, हज्जन कनीज़ फातिमा का इस्तकबाल कर उन्हें बधाई दी गई। इस दौरान हज कमेटी के सदस्य गुलाम रहमान खान, हाजी शेख कालीमुल्लाह, हाजी गुलाम रसूल खान, हाजी शहजादा, सलीम खान,हाजी आरिफ, हाजी अब्दुल्लाह साबरी, मुबारक अली, मोहम्मद अबरार, यावर साबरी, मोहम्मद नदीम, अफजल खान, असलम खान, मोहम्मद सरफराज, शमशाद अहमद, इनायत खान, मो. ताज खान, असलम हुसैन, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद अल्ताफ सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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