रायगढ़।
जेल से रिहा होने के बाद शहर में जुलूस निकालने वाले कुख्यात अपराधी के रूप में पहचान बनाता कोतरा रोड क्षेत्र निवासी दुर्गेश महंत को अब पुलिस के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा। पुलिस की इस कार्रवाई का शहर में हर तरफ प्रशंसा हो रही है। लोग कहने लगे हैं की इस तरह की कार्रवाई से अपराधी तत्वों में खौफ उत्पन्न होता है। पुलिस इसके उन साथियों को भी सीखचों के पीछे डालना चाहिए जिन्होंने इस विजयी रैली में शामिल हुए थे और शहर के प्रमुख स्थानों से नाचते गाते हंगामा करते हुए कोतरा रोड तक अपनी धमक दिखाई थी।
दुर्गेश महंत एक आदतन अपराधी के रूप में शहर में पिछले कुछ सालों में लगातार संगीन अपराधों में संलिप्त रह रहा था। कोतवाली सहित दूसरे थानों में भी उसके खिलाफ लगातार अपराध दर्ज हो रहे थे। कोतवाली सहित अन्य थानों में भी उसके विरुद्ध गंभीर आपराधिक रिकॉर्ड मौजूद हैं। शुरुवाती दौर में इसके खिलाफ शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से इसके हौसले लगातार बुलंद होते चले गए। फिर ऐसा कुछ हुआ की एक मामले में उसे पुलिस ने धर दबोचा और सीखचों के पीछे डाल दिया।
कोतरा रोड में हुई एक घटना के बाद से दुर्गेश महंत की कोतरा रोड क्षेत्र में इसकी तूती बोलने लगी थी। कोतरा रोड ही नहीं आस पास के क्षेत्रों में भी इसके अपराधों के रिकॉर्ड बढ़ने लगी। इसी बीच मारपीट के एक मामले में शिकायत पर पुलिस ने इसे धर दबोचा और जेल की हवा खिलाई। लेकिन उन दिनो वर्चस्व की लड़ाई सर चढ़ कर बोल रहा था इसी बीच इस कुख्यात अपराधी दुर्गेश महंत की जमानत हो गई और जमानत पर रिहा होने के बाद इसके शागिर्दों के द्वारा भव्य तरीके से न सिर्फ स्वागत किया बल्कि शहर में अपने ग्रुप की पैठ जमाने के लिए गाजे बाजे के साथ जुलूस भी निकाला गया था। उस समय उसकी चर्चा शहर में कई दिनों तक रही और सोसल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार वह वायरल वीडियो अब जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तो मानो उन्हे ऐसा लगा कि यह तो पुलिस के लिए एक अपराधी का यह कृत्य किसी चुनौती की तरह है। शहर का एक कुख्यात युवा अपराधी जब संगीन अपराधों में संलिप्त रहने वाला जेल भेजा जाए और जेल से रिहा होने पर उसका स्वागत सत्कार और विजयी रैली ऐसी जैसे सरहद पर दुश्मनों से जंग कर आया हो। यह वीडियो जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में आया तब मातहत कोतवाली निरीक्षक को इस पर त्वरित कार्रवाई का निर्देश दिया गया। अधिकारियों का निर्देश मिलते ही पूरी टीम कुख्यात अपराधी को पकड़ने में लग गई। और पकड़ कर जब इस आशय को लेकर पूछताछ की गई तब उसने रिहा होने पर शहर में जुलूस निकालने की बात स्वीकार किया।
इस कृत्य पर कोतवाली पुलिस ने तत्काल इस्तगासा क्रमांक 145/2025 के तहत धारा 170 BNSS एवं धारा 126, 135(3) BNSS के तहत मामला दर्ज करते हुए उसे एसडीएम न्यायालय में पेश किया, जहां से आरोपी को पुनः गत दिवस जिला जेल रायगढ़ भेज दिया गया।
जो भी हो पुलिस के द्वारा जिस तरह एक शहर में स्वयं को एक कुख्यात अपराधी गुंडा के रूप में दहशत गर्दी फैला रखी थी। उस पर जिस तरह से पुलिस ने नकेल कसा है यह शहर में चर्चा का विषय बना हुआ और पुलिस हर कोई प्रशंसा करते दिख रहा है। पहली बार है की किसी अपराधी के खिलाफ हुई कार्रवाई का आम शहरवासी प्रसंशा करते नजर आ रहा है। और इस कार्रवाई से पुलिस ने भी संदेश देने का काम किया कि इस तरह के अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
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